![]() |
गोरखपुर नगर निगम की पहल से एकला बांध क्षेत्र में सघन पौधरोपण कर कचरे के ढेर को हरियाली में तब्दील किया जा रहा है। |
गोरखपुर शहर का एकला बांध जो कभी कूड़े का विशाल ढेर हुआ करता था, अब जल्द ही हरियाली में तब्दील होने जा रहा है। गोरखपुर नगर निगम ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत कूड़े के ढेरों को हरियाली में बदलने की अनूठी पहल शुरू की है। इस परियोजना के तहत 40 लाख रुपये की लागत से पर्यावरण सुधार कार्य चल रहा है, जिसमें कूड़े के पहाड़ को पौधरोपण के जरिए हरा भरा बनाने का कार्य जा रहा है।
800 से अधिक पौधे रोपे गए
नगर निगम ने सबसे पहले कूड़ा निस्तारण के लिए 'फ्रेश वेस्ट बायो कल्चर ट्रामेल प्लांट' का इस्तेमाल किया, जिससे इलाके की सफाई हुई। इसके बाद अब उसी जगह पर सघन पौधरोपण शुरू किया गया है। अब तक 800 से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं और पौधों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग का काम भी किया जा रहा है। यह पौधरोपण कार्य वाराणसी की फर्म 'डीके एसोसिएट्स' द्वारा किया जा रहा है, जो पौधों की देखभाल भी करेगी।
स्थानीय भागीदारी से अभियान सफल हो रहा है
इस पौधरोपण अभियान में स्थानीय लोगों की भी अहम भूमिका रही है। हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षक डॉ. अनीता अग्रवाल ने राप्ती नदी के तट पर श्रमदान कर पौधे रोपे और इस अभियान को शहर की अन्य संस्थाओं के लिए अनुकरणीय बताया। उनके साथ वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर अनिल तिवारी और पशु कल्याण कार्यकर्ता शिवेंद्र यादव भी पौधरोपण में शामिल हुए।
विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण
इस परियोजना के तहत अर्जुन, कंजी, नीम, बरगद, पीपल, गुलमोहर, कदंब, मौलश्री और जकरंदा जैसे 15 विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे जा रहे हैं। इन पौधों की लंबाई 10 से 12 फीट है, जो तेजी से बढ़ेंगे और इस क्षेत्र को हरियाली से भर देंगे। नगर निगम ने इस पहल के पहले चरण में 2500 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है।
पौधों की सुरक्षा के लिए बाड़बंदी
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत पौधों की सुरक्षा के लिए 10 लाख रुपये की लागत से बाड़बंदी का काम भी किया जा रहा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता संजय चौहान ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पूरे क्षेत्र को हरा-भरा बनाना है, ताकि पर्यावरण को बेहतर बनाया जा सके और शहरवासियों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।